हे माँ..! तुमसे विश्वास ना उठने देना, तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं, चारों ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊं, बन के रोशनी तुम राह दिखा देना ।