देखी मैंने नयी नयी दुनिया , देखी मैंने नयी नयी खुशियाँ , दिवाली जब जाता दुःख तब होता है , फिर आती है खुशियां हज़ार , छठ पूजा खुशियां लती है बेशुमार।